विवेक सुहाग संग शादी के बंधन में बंधते ही बबीता फौगाट ने पहलवानी और राजनीति को लेकर बड़ा फैसला लिया और विदाई से पहले सभी को उससे अवगत भी करा दिया
बबीता फौगाट ने कहा कि बेशक शादी हो गई है, लेकिन वे न तो पहलवानी छोड़ेंगी और न ही राजनीति। वे दोनों क्षेत्रों में सक्रिय रहेंगी। पहलवानी उनका पहला प्यार है तो उसे छोड़ने का सवाल ही पैदा नहीं होता। राजनीति में उनकी रुचि है तो वे इसमें भी लगातार काम करती रहेंगी।
बबीता फौगाट ने कहा कि शादी हो गई है, लेकिन वे अपना राजनीतिक हलका दादरी नहीं छोड़ेंगी। वे जल्दी ही दादरी में शिफ्ट हो जाएंगी। दादरी की जनता ने उन्हें काफी प्यार दिया है और वे हमेशा उनकी भलाई के लिए काम करती रहेंगी। वे किसी कीमत पर हलका नहीं छोड़ेंगी।
गौरतलब है कि भाजपा नेता व पहलवान बबीता फौगाट रविवार रात भारत केसरी रह चुके पहलवान विवेक सुहाग के साथ परिणय सूत्र में बंध गईं। हरियाणा में चरखी दादरी जिले के बलाली गांव में साधारण ढंग से शादी की रस्में अदा की गईं। शादी में फौगाट और सुहाग फैमिली सहित करीबी रिश्तेदार ही शामिल हुए
विवेक केवल 21 लोगों के साथ लेकर 'दंगल गर्ल' को ब्याहने पहुंचे। बबीता के लग्न में एक रुपया दिया गया है और शादी बिन दहेज के आठ फेरे लेकर संपन्न हुई। न बैंड बाजा आया और न ही डीजे बजा। शादी में प्लास्टिक का कहीं भी प्रयोग नहीं हुआ। शादी में लकड़ी के चम्मच और दोने ही प्रयोग किए गए